पटना. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर अब राज्य भर के सभी अनुमंडल के अस्पतालों में भी कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज कराने का निर्णय लिया गया.
शीघ्र ही इन अस्पतालों में कोरोना मरीजों के इलाज की व्यवस्था करने में स्वास्थ्य विभाग जुट गया है. बड़े मेडिकल कॉलेज और अस्पतालों में कोरोना संक्रमितों का भीड़ लगातार बढ़ते जा रहा है. और सभी का टेस्टिंग और उसके बाद इलाज में ये अस्पताल कम पर जा रहे है. ऐसे में कोविड अस्पतालों एवं मेडिकल कॉलेजों में बढ़ते भीड़ और उस भीड़ के वजह से बढ़ रहे दबाव को कम करने के लिए सरकार द्वारा यह व्यवस्था करने की कोशिश हो रही है.
बीते मंगलवार को मुख्य सचिव दीपक कुमार की अध्यक्षता में क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक संपन्न हुई थी. जिसमे मुख्य सचिव ने स्वास्थ्य विभाग को इससे संबंधित आवश्यक कारवाई करने का निर्देश दिया.
बकौल स्वास्थ्य विभाग सचिव, अब बिना लक्षण वाले वैसे मरीज ही होम आइसोलेशन में रहेंगे, जिनके घरों में रहने लायक उचित सुविधा हो. जिनके पास ऐसी सुविधा नहीं है उन्हें जिला कोविड सेंटर में रखा जाएगा.
शीघ्र ही इन अस्पतालों में कोरोना मरीजों के इलाज की व्यवस्था करने में स्वास्थ्य विभाग जुट गया है. बड़े मेडिकल कॉलेज और अस्पतालों में कोरोना संक्रमितों का भीड़ लगातार बढ़ते जा रहा है. और सभी का टेस्टिंग और उसके बाद इलाज में ये अस्पताल कम पर जा रहे है. ऐसे में कोविड अस्पतालों एवं मेडिकल कॉलेजों में बढ़ते भीड़ और उस भीड़ के वजह से बढ़ रहे दबाव को कम करने के लिए सरकार द्वारा यह व्यवस्था करने की कोशिश हो रही है.
बीते मंगलवार को मुख्य सचिव दीपक कुमार की अध्यक्षता में क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक संपन्न हुई थी. जिसमे मुख्य सचिव ने स्वास्थ्य विभाग को इससे संबंधित आवश्यक कारवाई करने का निर्देश दिया.
बकौल स्वास्थ्य विभाग सचिव, अब बिना लक्षण वाले वैसे मरीज ही होम आइसोलेशन में रहेंगे, जिनके घरों में रहने लायक उचित सुविधा हो. जिनके पास ऐसी सुविधा नहीं है उन्हें जिला कोविड सेंटर में रखा जाएगा.
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