Ranchi: लालू यादव को समाजवादी, गरीबों का मसीहा यहीं सब कहा जाता है. फिलहाल वह एक कैदी है लेकिन उनको वीआईपी ट्रीटमेंट दिया जा रहा है. लालू इतने ही साधारण होते तो रिम्स मेंं इनका इलाज भी आम कैदी की तरह ही होता. पर इनके लिए 18 कमरे खाली कर दिए गए है. वो सिर्फ इसलिए ताकि अन्य मरीजों से इनको संक्रमण का खतरा ना रहे.
ज्ञात हो कि चारा घोटाले मामले में सजा काट रहे लालू यादव बीमार है और उनका इलाज रिम्स में हो रहा है. और फिलहाल रिम्स के पेइंग वार्ड का 18 कमरा इनके कब्ज़े में है. और इसी अस्पताल में बेड नहीं होने का कारण बता कर आम मरीजों को एंट्री नहीं दिया जा रहा और अन्य अस्पताल में शिफ्टिंग भी किया जा रहा है. रिम्स सरकारी अस्पताल है यहाँ फ्री में इलाज हो जाता लेकिन मजबूरन लोगों को पैसा दे कर निजी अस्पतालों में इलाज कराना पड़ रहा है.
ये मामला सामने आने के बाद बयानबाज़ी का दौर भी जारी है. भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने सवाल उठाया है. उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को इस संदर्भ में पत्र लिखकर कहा कि एक तरफ आम मरीज बेड न होने के कारण परेशान हो रहे और वही रिम्स में 18 कमरे बंद रखे गए है.
उन्होंने कहा कि राज्य में संक्रमण लगातार बढ़ते जा रहा है. आलम यह है कि राज्य में बनाए गए कोविड सेंटरों में बेड कम पर रहा है. इन 18 कमरों में न्यूनतम 40 मरीजों का इलाज तो हो ही सकता है. उन्होंने ये भी कहा कि, लालू खुद संवेदनशील आदमी है हो सकता है यह सब उनके संज्ञान में नहीं हो.
✍️सिंह आदर्श
गरीबों का इलाज फर्श पर हो रहा, लालू राज कर रहे है
झारखंड में कोरोना संक्रमण के मामले में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. और अस्पतालों में बेड के कमी के कारण गरीब मरीजों को फर्श पर बेड लगाकर इलाज किया जा रहा है.ज्ञात हो कि चारा घोटाले मामले में सजा काट रहे लालू यादव बीमार है और उनका इलाज रिम्स में हो रहा है. और फिलहाल रिम्स के पेइंग वार्ड का 18 कमरा इनके कब्ज़े में है. और इसी अस्पताल में बेड नहीं होने का कारण बता कर आम मरीजों को एंट्री नहीं दिया जा रहा और अन्य अस्पताल में शिफ्टिंग भी किया जा रहा है. रिम्स सरकारी अस्पताल है यहाँ फ्री में इलाज हो जाता लेकिन मजबूरन लोगों को पैसा दे कर निजी अस्पतालों में इलाज कराना पड़ रहा है.
भाजपा ने उठाया सवाल, मुख्यमंत्री को लिखा पत्र
ये मामला सामने आने के बाद बयानबाज़ी का दौर भी जारी है. भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने सवाल उठाया है. उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को इस संदर्भ में पत्र लिखकर कहा कि एक तरफ आम मरीज बेड न होने के कारण परेशान हो रहे और वही रिम्स में 18 कमरे बंद रखे गए है.उन्होंने कहा कि राज्य में संक्रमण लगातार बढ़ते जा रहा है. आलम यह है कि राज्य में बनाए गए कोविड सेंटरों में बेड कम पर रहा है. इन 18 कमरों में न्यूनतम 40 मरीजों का इलाज तो हो ही सकता है. उन्होंने ये भी कहा कि, लालू खुद संवेदनशील आदमी है हो सकता है यह सब उनके संज्ञान में नहीं हो.
✍️सिंह आदर्श
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