Patna : बिक्रम के प्रख्यात पर्यावरणविद एवं प्रकृति प्रेमी रामपुकार शर्मा उर्फ छेदी सिंह आज पंचतत्व में विलीन हो गए. ऱामपुकार शर्मा पक्षाघात के ईलाज के लिए सप्ताह भर से इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में भर्ती थे, तबियत में सुधार भी देखने को मिल रही थी. लेकिन अचानक से तबियत फिर से बिगड़ा और अब वह हमारे बीच नहीं रहे. रविवार सुबह को उन्होने अंतिम सांस लिया।
जीवन भर प्रकृति से उनका अद्धभुत लगाव रहा. अपने अंतिम समय में भी छेदी बाबा अपने बाग-बगीचे को लेकर व्यथित रहें, वह जल्द-से-जल्द स्वस्थ होकर अपने बागवानी के पेड़-पौधों के बीच पहुँचना चाहते थे, जिनके लिए उन्होने अपना पूरा जीवन खपा दिया|छेदी बाबा मरकर भी किसी के जीवन में उजाला कर गयें, किसी नेत्रहीन की दुनिया रोशन करेंगे और इस दुनिया को देखते रहेंगे छेदी बाबा.
परिजन में पुत्री उषा देवी, दमाद सुनील कुमार, नाती चेत प्रकाश और ज्योत प्रकाश, मधु कुमारी आदि मर्माहत है। उनका एक बड़ा आधार इस दुनिया मे अब नही रहे।
न्यूज डेस्क
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