जब एक विद्यार्थी अथक प्रयास करके परीक्षा परिणाम आने की प्रतिक्षा करे और जब उसे पता चले की उसने जो परीक्षा दी थी वो मात्र पहले चरण का है ,अभी एक और चरण बाकी है। तो सोचिये उस छात्र पे क्या बीतेगा जो उसे पहले से पता ही नही था की परीक्षा दो चरण मे होने है।
छात्रों ने रेलवे भर्ती बोर्ड के अधिकारियों पर दो परीक्षा कराकर ठगी करने का आरोप लगाया है। छात्रों ने दावा किया कि 2019 में जारी आरआरबी अधिसूचना में केवल एक परीक्षा का उल्लेख किया गया था। उन्होंने अधिकारियों पर छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया। उन्होंने आरआरबी पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया।
विरोध प्रदर्शन करते छात्र
कंप्यूटर आधारित परीक्षण (सीबीटी) के लिए आरआरबी गैर-तकनीकी लोकप्रिय श्रेणियों (एनटीपीसी) के परिणाम सीबीटी -2 के लिए उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट करने के लिए 15 जनवरी को जारी किए गए थे। रेलवे का कहना था की ये जो लिस्ट आई है सीबीटी-1 का ये छात्र सीबीटी-2 के लिए चयनित है।
छात्र दोपहर में राजेंद्र नगर टर्मिनस पर एकत्र हुए और अपना विरोध शुरू किया। ये छात्र थे अपने हक की लड़ाई लड़ रहे थे। उन्होंने ट्रेनो के आवागमन को रोका ताकि सरकार के कान तक बात पहुँचे। किंतु नीतीश कुमार जिन्हे कुर्षी कुमार भी कहा जाता है उनके कान तक जू भी नही रेंगी, वे प्रदेश के मुख्यमंत्री तो जरूर है किंतु उन्होंने निर्दयता की सीमा पार कर दी है।
पटना के जिलाधिकारी डॉक्टर चंद्रशेखर सिंह जो खुद को बहुत बड़े तानाशाह समझते है उन्होंने छात्रों से बात करने की कोशिश तक नही की। और फिर क्या था देखते देखते वहा सैकड़ो जवान पुलिस बल लाठी डंडो से छात्रो पे टूट पड़ी।
गालिया तथा लाठी- डंडो से पिटते छात्रो को
पुलिस वालो का एक वीडियो भी है जिनमें वो छात्रों को गाली देते हुए डंडो से पिट रहे है। वो छात्र रो रहा है चिल्ला रहा है किंतु पुलिस वालो पे कोई असर नही हो रहा। उन्होंने बेरहमी से बच्चों को पिटा।
उन छात्रों का गलती केवल इतना ही था की वो हक की लडाई लड़ रहे थे।
अमृत राज की रिपोर्ट
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